Tuesday 3 February 2015

Aaj ka mudda

मुझे इस बात की बेहद खुशी है ओर दुख भी, आपको यह खबर देते हुये ....कड़े शब्दों में, की BJP की, दिल्ली में, दिल्ली की सर्दी में, पसीने छूट रहे है .... BJP के आला कमान मंत्रियों यहाँ तक के जिनके ऊपर देश का बहुत ही बेकार और बिना किसी महत्व का बोझ पड़ा है। ...देश की समस्याएँ कम पड गई थीं इसलिए न सिर्फ विदेश मंत्री कूद पड़ी बल्कि देश की सारी बच्चियाँ और बच्चे भी शिक्षित हो चुके हैं की, शिक्षा मंत्री....और न जाने कौन कौन इस इज्ज़त बचाओ अभियान में कूद पड़े हैं। ध्यान दीजिये..... प्रधान मंत्री जी के पास टाइम ज़्यादा है, शायद भगवान ने उन्हे चाय वाला और नसीब वाला बनाने के साथ साथ टाइम वाला भी बना दिया है इसलिए जनाब दस लाख का डिज़ाइनर कुर्ता पहन ...ओह, माफ कीजिये .....7 लाख का डिज़ाइनर कुर्ता पहन दिल्ली वासियों को मोर की तरह रिझाने की कोशिश कर रहे हैं.....पिछली बार महाराष्ट्र में चुनाव के समय तो हद ही कर दी .... जनाब इतने vyast थे प्रचार में की पड़ोसी देश के हमले को भी अनदेखा कर रहे थे..... जब दूसरी पार्टियों ने ध्यान दिलाया की भाई देश की रक्षा करवाओ अब तुम्हारे हाथ में है, तब जा कर उन्हें ध्यान आया और कमान military के हाथों में दे दि जिसे लोग कहते हैं की मुह तोड़ जवाब दिया। ऐसे लोगों के ऊपर जिनके ऊपर देश की इतनी बड़ी ज़िम्मेदारी होने के बावजूद वे चुनाव प्रचार करते शर्माते नहीं है ...उनके लिए एक कानून बनाना चाहिए...बल्कि मैं अगर कहूँ तो जेल में डाल देना चाहिए। कृपया आप ये तर्क न दें की ये प्रचार भी तो देश की भलाई के लिए है। ये तर्क देश वासियों की तर्क विहीन समस्याओ, औरतों और बच्चियों की रक्षा और शिक्षा के सामने बड़ा ही ओछा जान पड़ता है।   

जिनको बीजेपी की तरफ से खड़ा किया गया है उनके बारे में मेरे मन में बड़ी इज्ज़त है। एक Ex IAS होने के नाते नहीं, या फिर अन्ना हज़ारे के साथ एक समय रहने के कारण भी नहीं पर बस इसलिए की वे एक बहादुर महिला हैं और उन्होने अपने समय में ऐसे experiments किए हैं जिन्हें करने का साहस कम ही लोग करते हैं। मैं उन्हे इस बार debate करना चाहिए और इस तरह की बाकी चीजों के बारे में नहीं कहूँगी। इस बार वे CM की कुर्सी की दावेदार है पर मैं उन्हे खट्टा नींबू मान रही हूँ (यहा साफ कर दूँ – खट्टा नीबू हम बचपन में खेलते समय उन बच्चो को बनाते थे जो एक उम्र से नीचे होते थे और खेल में बड़े बच्चो की तुलना में कमजोर पड जाते थे उन्हे हर गलती माफ होती थी... खट्टा नीबू ...दांत खट्टे करने वाले नीबू के हिसाब से मैंने कतई नहीं कहा) और मैं प्रार्थना करना चाहती हूँ की उनका दिमाग साबुत रहेगा और भविष्य में कोई भी जीते उनका मान रहेगा। वैसे आज ही पेपर में पढ़ा .... दिल्ली की में वकीलों के संगठनों ने कहा है उन्हे मोदी और बीजेपी से कोई शिकायत नहीं है पर किरण बेदी का तानाशाही रवैया और खास बात पढे...उनके व्यक्तित्व में नारी सुलभ कोमलता नहीं है..... हाहा ... दिमाग हो तो ऐसा .....अब बीजेपी के पक्षधरों का एक तबका न सिर्फ हिन्दू महिलाओं के ऊपर चार बच्चे पैदा करने का महत्वपूर्ण दारोमदार सौंपा है बल्कि एक ईमानदार इंसान को उसके gender के हवाले ताने भी दे रहा हैं।
दिल्ली वासियों से कोई अपेक्षा भी नहीं है। उनका भविष्य अच्छा होगा...अच्छे दिन तो आए ही हुये हैं। अब कोई जीते या हारे पर BJP के पसीने छूट रहे हैं यह देख मुझे बड़ा मज़ा आ रहा है।

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